Thursday Apr 02, 2020

Pyar Hua Ikrar Hua

प्यार हुआ इक़रार हुआ है प्यार से फिर क्यों डरता है दिल प्यार हुआ इक़रार हुआ है प्यार से फिर क्यों डरता है दिल कहता है दिल रस्ता मुश्किल मालूम नहीं है कहाँ मंज़िल कहता है दिल रस्ता मुश्किल मालूम नहीं है कहाँ मंज़िल प्यार हुआ इक़रार हुआ है प्यार से फिर क्यों डरता है दिल कहता है दिल रस्ता मुश्किल मालूम नहीं है कहाँ मंज़िल प्यार हुआ इक़रार हुआ है प्यार से फिर क्यों डरता है दिल कहो की अपनी प्रीत का मीत ना बदलेगा कभी तुम भी कहो इस राह का मीत न बदलेगा कभी प्यार जो टूटा साथ जो छूटा चाँद न चमकेगा कभी हा हा हा हा हा हा प्यार हुआ इक़रार हुआ है प्यार से फिर क्यों डरता है दिल कहता है दिल रस्ता मुश्किल मालूम नहीं है कहाँ मंज़िल प्यार हुआ इक़रार हुआ है प्यार से फिर क्यों डरता है दिल रातें दसों दिशाओं से कहेंगी अपनी कहानियाँ प्रीत हमारे प्यार के दोहराएंगी जवानियाँ मैं न रहूँगी तुम न रहोगे फिर भी रहेंगी निशानियाँ प्यार हुआ इक़रार हुआ है प्यार से फिर क्यों डरता है दिल कहता है दिल रस्ता मुश्किल मालूम नहीं है कहाँ मंज़िल कहता है दिल रस्ता मुश्किल मालूम नहीं है कहाँ मंज़िल प्यार हुआ इक़रार हुआ है प्यार से फिर क्यों डरता है दिल --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. //anchor.fm/app --- Send in a voice message: //anchor.fm/theabbie/message Support this podcast: //anchor.fm/theabbie/support

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