Friday Apr 03, 2020

Ehsaan tera hoga & Din Dhal jaaye | Mashup

एहसान तेरा होगा मुझ पर दिल चाहता है वो कहने दो मुझे तुमसे मोहब्बत हो गयी है मुझे पलको की छाँव में रहने दो एहसान तेरा होगा मुझ पर दिल चाहता है वो कहने दो मुझे तुमसे मोहब्बत हो गयी है मुझे पलको की छाँव में रहने दो एहसान तेरा होगा मुझ पर तुमने मुझको हसना सिखाया तुमने मुझको हसना सिखाया रोने कहोगे रो लेंगे अब रोने कहोगे रो लेंगे अब आँसू का हमारे गम ना करो वो बहते है तो बहने दो मुझे तुमसे मोहब्बत हो गयी है मुझे पलको की छाँव में रहने दो एहसान तेरा होगा मुझ पर चाहे बना दो चाहे मिटा दो चाहे बना दो चाहे मिटा दो मर भी गये तो देंगे दूवाएँ मर भी गये तो देंगे दूवाएँ उड़ उड़ के कहेगी खाक सनम ये दर्द ए मोहब्बत सहने दो मुझे तुमसे मोहब्बत हो गयी है मुझे पलको की छाँव में रहने दो एहसान तेरा होगा मुझ पर दिल चाहता है वो कहने दो मुझे तुमसे मोहब्बत हो गयी है मुझे पलको की छाँव में रहने दो एहसान तेरा होगा मुझ पर. दिन ढल जाये हाय रात ना जाय तू तो न आए तेरी याद सताये दिन ढल जाये हाय रात ना जाय तू तो न आए तेरी याद सताये दिन ढल जाये प्यार में जिनके सब जग छोड़ा और हुए बदनाम उनके ही हाथों हाल हुआ ये बैठे हैं दिल को थाम अपने कभी थे अब हैं पराये दिन ढल जाये हाय रात ना जाय तू तो न आए तेरी याद सताये दिन ढल जाये ऐसी ही रिम-झिम ऐसी फ़ुवारें ऐसी ही थी बरसात खुद से जुदा और जग से पराये हम दोनों थे साथ फिर से वो सावन अब क्यूँ न आये दिन ढल जाये हाय रात ना जाय तू तो न आए तेरी याद सताये दिन ढल जाये दिल के मेरे पास हो इतने फिर भी हो कितनी दूर तुम मुझ से मैं दिल से परेशाँ दोनों हैं मजबूर ऐसे में किसको कौन मनाये दिन ढल जाये हाय रात ना जाय तू तो न आए तेरी याद सताये दिन ढल जाये --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. //anchor.fm/app --- Send in a voice message: //anchor.fm/theabbie/message Support this podcast: //anchor.fm/theabbie/support

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