Friday Apr 03, 2020
Aao huzur tumko & Likhe Jo khat Tujhe | Mashup
हमसे रौशन हैं चाँद और तारे हमको दामन समझिये ग़ैरत का उठ गये हम अगर ज़माने से नाम मिट जायेगा मुहब्बत का दिल है नाज़ुक कली से फूलों से ये न टूटे ख़याल रखियेगा और अगर आप से यह टूट गया जान-ए-जां इतना ही समझीयेगा क्या? फिर कोई बाँवरी मुहब्बत की अपनी ज़ुल्फ़ें नहीं सँवारेगी आरती फिर किसी कन्हैया की कोई राधा नहीं उतारेगी आओ हुज़ूर तुमको, सितारों में ले चलूँ दिल झूम जाए ऐसी, बहारों में ले चलूँ आओ हुज़ूर तुमको, सितारों में ले चलूँ दिल झूम जाए ऐसी, बहारों में ले चलूँ आओ हुज़ूर आओ. हमराज़ हमख़याल तो हो, हमनज़र बनो तय होगा ज़िंदगी का सफ़र, हमसफ़र बनो हमराज़ हमख़याल तो हो, हमनज़र बनो तय होगा ज़िंदगी का सफ़र, हमसफ़र बनो आ हा हा, ओ ओ, हो हो हो, आ हा आ हा हा, ओ हो हो चाहत के उजले-उजले नज़ारों में ले चलूँ दिल झूम जाए ऐसी, बहारों में ले चलूँ आओ हुज़ूर आओ ... लिख दो किताब-ए-दिल पे कोई, ऐसी दास्तां जिसकी मिसाल दे न सकें, सातों आसमां लिख दो किताब-ए-दिल पे कोई, ऐसी दास्तां जिसकी मिसाल दे न सकें, सातों आसमां आ हा हा, ओ ओ, हो हो हो, आ हा आ हा हा, ओ हो हो . बाहों में बाहें डाले, हज़ारों में ले चलूँ दिल झूम जाए ऐसी, बहारों में ले चलूँ आओ हुज़ूर तुमको, सितारों में ले चलूँ दिल झूम जाए ऐसी, बहारों में ले चलूँ. लिखे जो ख़त तुझे वो तेरी याद में हजारो रंग के नजारे बन गए लिखे जो ख़त तुझे वो तेरी याद में हजारो रंग के नजारे बन गए सवेरा जब हुआ, तो फूल बन गए जो रात आयी तो सितारें बन गए लिखे जो ख़त तुझे कोई नगमा कही गूंजा कहा दिल ने ये तू आयी कही चटकी कली कोई मैं ये समझा तू शरमाई कोई खुशबू कही बिखरी लगा ये जुल्फ लहराई लिखे जो ख़त तुझे वो तेरी याद में हजारो रंग के नजारे बन गए सवेरा जब हुआ, तो फूल बन गए जो रात आयी तो सितारें बन गए लिखे जो ख़त तुझे फिजा रंगीन अदा रंगीन ये इठालाना, ये शरमाना ये अंगड़ाई, ये तनहाई ये तरसाकर चले जाना बना देगा नहीं किस को जवां जादू ये दीवाना लिखे जो ख़त तुझे वो तेरी याद में हजारो रंग के नजारे बन गए सवेरा जब हुआ, तो फूल बन गए जो रात आयी तो सितारें बन गए लिखे जो ख़त तुझे जहा तू हैं, वहा मैं हूँ मेरे दिल की तू धड़कन हैं मुसाफिर मैं तू मंजिल हैं मैं प्यासा हूँ, तू सावन हैं मेरी दुनिया ये नजरें हैं मेरी जन्नत ये दामन हैं लिखे जो ख़त तुझे वो तेरी याद में हजारो रंग के नजारे बन गए सवेरा जब हुआ तो फूल बन गए जो रात आयी तो सितारें बन गए लिखे जो ख़त तुझे --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. //anchor.fm/app --- Send in a voice message: //anchor.fm/theabbie/message Support this podcast: //anchor.fm/theabbie/support
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